इस पोस्ट में हम सीखेंगे की How To Optimise First Input Delay Score In Core Web Vitals यानी Google Search Console में Core Web Vitals का ऑप्शन होता है और इसी के अंदर FID (First Input Delay) का स्कोर हमें देखने को मिलता है।
First Input Delay क्या है?
तो हम How To Optimise First Input Delay के पहले ये जानने की कोशिश करेंगे कि आखिर ये होता क्या है, हमारे Google Search Console अकाउंट के अंदर Core Web Vitals में FID यानी First Input Delay स्कोर होता है और ये एक रैंकिंग फैक्टर होता है और अगर आप इस स्कोर को 300 मिली सेकेंड्स के अंदर नहीं रखते हैं तो फिर आपके पेज सर्च इंजन में अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाता है।
FID का मतलब First Input Delay यानी जब आपके वेब पेज को कोई ओपन करता है और उस पेज पर उपलब्ध कोई लिंक या बटन पर जब वो यूजर क्लिक करता है तो क्लिक करने के कितने देर बाद वो एलिमेंट लोड या ओपन होता है इसी समय को FID कहते हैं।
FID Score को कैसे मापा जाता है?
गूगल FID को मिली सेकंड्स में नापता है अगर आपके वेब पेज के एफ आई डी टाइम 100 मिली सेकंड है तो फिर इसे गुड माना जाता है हरा कलर के कैटेगरी में रखा जाता है और अगर यही समय 100 से 300 मिली सेकेंड्स के बीच होता है तो फिर पीला कलर यानी need improvement के कैटेगरी में रखा जाएगा।
और अगर ये समय 300 मिली सेकंड से भी ऊपर चला जाता है तो फिर हमारे वेब पेज के लिए नुकसानदायक होता है और इसे रेड कलर के कैटेगरी में रखा जाता है। आप इस मैट्रिक्स को अपने Google Search Console के अकाउंट में Core Web Vitals ऑप्शन में जाकर चेक कर सकते हैं।
लेकिन अगर आप गूगल के Page Speed Insights Tool में अपना वेबसाइट के यूआरएल डाल के स्पीड चेक करते हैं तो वहां पर आपको FID देखने को नहीं मिलेगा, FID के जगह DBD को देखकर आप एफ आई डी के स्कोर को समझ सकते हैं।
अगर आप Page Speed Insights Tool में FID Score देखना चाहते हैं तो आप यहां पर DBD स्कोर देखिए अगर ये स्कोर 300 मिली सेकंड से नीचे है तो फिर आपका एफ आई डी स्कोर ठीक है और अगर ये स्कोर 300 मिलेसेकेंड्स से ऊपर है तो फिर आपका FID यानि First Input Delay स्कोर ठीक नहीं है इसे इंप्रूव करने की आवश्यकता है।
पिछले पोस्ट में हमने Core Web Vitals में LCP Score यानी Largest Contentful Paint को बेहतर बनाने का तरीका सिखा था अब इस पोस्ट में हम FID Score यानी First Input Delay को बेहतर बनाने यानी 300 मिली सेकंड्स से कम समय में लोड करने का कुछ तरकीब जानेंगे।
How To Optimise First Input Delay In Hindi
FID Score या DBD Score को ठीक करने के लिए हमें कुछ स्टेप्स को फॉलो करना होता है जैसे-
- 1 JavaScript के क्रियान्वयन या Execution Time को कम करना।
- 2 CSS को Optimise करना।
- 3 Main Thread के काम को कम करना।
- 4 Third Party Code को कम रखना।
अगर आप ऊपर बताए गए इन चारों कमियों को पूरा करके रखते हैं तो फिर Google Search Console में Core Web Vitals के FID Score गुड रहेगा अब हम आगे के पोस्ट में इन चारों कमियों को ठीक करने यानी How To Optimise First Input Delay का उपाय जानेंगे।
1. JavaScript के क्रियान्वयन या Execution Time को कम करना
FID Score को 300 मिली सेकेंड से भी कम में रखने के लिए हमें सबसे पहले JavaScript के क्रियान्वयन या Execution Time को कम करना होगा।
JavaScript Main Thread पर Execute होता है यानी जब तक हमारे वेब पेज पर मौजूद सभी JavaScript Execute नहीं होती है तब तक आपका पेज प्रतिक्रिया देना शुरू नहीं करता है।
इसलिए आप अपने web page पर उतना ही JavaScript का इस्तेमाल करिए जितना जरूरी हो एवं unused CSS को रिमूव करिए, JS को Optimise करें एवं Compress करें।
ये भी पढ़ें
7 Best Free SEO Tool For Website Audit
Best Budget Camera For YouTube And Blogging
2 CSS को Optimise करना।
JavaScript के समस्या को ठीक करने के बाद CSS के लोड को कम करने के लिए भी आपको CSS को minify करना एवं कंप्रेस करना चाहिए एवं आपके पेज पर जितना सीएसएस की आवश्यकता हो उतना ही यूज़ करना चाहिए।
3 Main Thread के काम को कम करना।
JavaScript एवं CSS के लोड को कम करने के बाद तीसरा पॉइंट Main Thread को कम करना होता है मेन थ्रेड के समस्या को समाधान करने के लिए आप गूगल के Page Speed Insights को ओपन करके अपना साइट के यूआरएल डालें और फिर स्पीड टेस्ट करें।
अब नीचे आए हुए रिजल्ट में minimise main thread work के ऊपर क्लिक करके रिजल्ट चेक करते हैं तो यहां पर रिजल्ट में दिखाया जाता है कि मेन थ्रेड किस काम में कितना मिली सेकेंड्स लगा रही है।
अगर इस रिजल्ट में स्क्रिप्ट के वैल्यूएशन में ज्यादा टाइम दिखाया गया है तो इसका मतलब ये है कि आपको JavaScript optimise करने की आवश्यकता है, और अगर इस रिजल्ट में स्टाइल एंड लेआउट का टाइम ज्यादा दिखाया गया है तो इसका मतलब ये है कि आपको CSS को Optimise करने की जरूरत है।
4 Third Party Code को कम रखना।
Third Party Code वो कोड होता है जो दूसरे दूसरे वेबसाइट आपके साइट में बाहर से जोड़ती है जैसे Google Analytics से मिला हुआ Code को अपने साइट के हेड सेक्शन में डालना या Adsense Code को अपने साइट के हेड सेक्शन में डालना इत्यादि।
ये सभी कोड आपके वेबसाइट के Loading Speed को प्रभावित करती है इसलिए आप उन्ही थर्ड पार्टी कोड का इस्तेमाल करें जो आपके लिए बहुत ज्यादा जरूरी हो।
बहुत से लोग अपने यूजर्स से चैट करने के लिए chat plugin का इस्तेमाल करते हैं ये प्लगइन भी अपना हैवी कोड के द्वारा हमारे साइट के लोडिंग स्पीड को प्रभावित करती है, जब आपको बहुत जरूरी हो और वाकई में अपने यूजर्स से चैट करना हो तभी आप चैट प्लगइन का इस्तेमाल करें।
ये भी पढ़ें
Google Analytics VS Google Search Console
Blog के लिए JPEG या PNG को WebP Image में कैसे बदले
और अंत में
Google Search Console के Core Web Vitals में FID यानी First Input Delay थोड़ा जटिल समस्या है लेकिन अगर आप ऊपर बताए गए स्टेप्स को फॉलो करते हैं तो आप इस समस्या का समाधान आसानी से कर पाएंगे।
तो इस पोस्ट में हमने सीखा की How To Optimise First Input Delay यानी एफ आई डी के स्कोर को 300 मिली सेकंड्स के अंदर कैसे रखें।
अगला पोस्ट में हम CLS के समस्या को फिक्स करने का प्रोसेस जानेंगे अगर आपके पास इस पोस्ट से संबंधित कोई सवाल या सुझाव है तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर हमें जरूर बताएं।
नमस्ते मेरा नाम है सुशील और ये है Blog SEO Help यहां पर आपको blogging एवं digital marketing से संबंधित वो सभी तरह की जानकारियां मिलने वाली है जिसे आप इंटरनेट पर ढूंढते हैं। blogseohelp आपको blogging के क्षेत्र में ऊंचाइयों तक ले जाएगा, अगर आप ब्लॉगिंग में कैरियर बनाना चाहते हैं तो इस ब्लॉग को सब्सक्राइब जरूर करें। धन्यवाद